आपको यह तो पता ही होगा की करेला कड़वा होता है। जिसके कारण कई लोग इसे खाना पसंद नहीं करते। करेले की कड़वहट को कम करने के लिए अपने घर बनाएं भरवा करेला क्योकि इस में खुशबूदार मसाले करेले का स्वाद बदल देंगे और कड़वाहट को भी कम हो जाती है
आपको यह तो पता ही होगा की करेला कड़वा होता है। जिसके कारण कई लोग इसे खाना पसंद नहीं करते। करेले की कड़वहट को कम करने के लिए अपने घर बनाएं भरवा करेला क्योकि इस में खुशबूदार मसाले करेले का स्वाद बदल देंगे और कड़वाहट को भी कम हो जाती है
आज हम आपको भरवा शिमला मिर्च बनाने का तरीका बता जा रहें है। वसे तो आप शिमला मिर्च बहुत तरीके से बनाकर खाते ही होंगे। जो बहुत आसानी से बन जाती है और खाने में अचार का स्वाद देती है।
पनीर को १/४ इंच बड़े टुकड़ों में में काट लें। सब्जियों को धो लें। प्याज छीलकर चार टुकड़ों में काट लें। और प्याज की एक -एक परत को निकाल लें। शिमला मिर्च को भी बड़े -बड़े टुकड़ों में काट लें। टमाटर के सरे बीज निकल लें। मेरिनेट करने के लिए एक बरतन में दही को डालें और उसे अच्छी तरह से फेंट लें।
ब्रैड के पीस के किनारे काटकर उसे बेलन से बेलकर एक तरफ रख लीजिए। भरने के लिए पानी रहित दही में
नी, गाजर, श्मिला मिर्च, टमाटर, हरी मिर्च, हरा धनिया।। नमक और काली मिर्च डालकर अच्छी तरह मिलिए और मिश्रण बना लें।
एक बरतन में दही, नमक लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर,अदरक -लहसुन पेस्ट,गरम मसाला पाउडर,कस्तूरी मेथी, तेल और फ़ूड कलर डालें। अच्छी तरह से मिलाएं। बोनलेस चिकन को धोकर इस घोल में डालें और मिलाएं। टमाटर के बीज को निकाल दें। इस घोल में प्याज, शिमला मिर्च और टमाटर भी डालकर मिलाएं। बाउल को ढककर एक घंटे के लिए फ्रिज में रख दें।
आपको यह तो पता होगा की पपीता खाने से पेट सही रहता है और पेट से संबंधी बहुत सी बीमारियों से राहत मिलती है लकिन क्या आपको पता है की पपीते के पत्तो का जूस भी कई खतरनाक बीमारियों से बचने के काम भी आता है।
गोभी की कलियों को काटकर धो लें और चार से पांच मिनट तक भाप में पका लें। गोभी को भाप में पकाने से मसले बहतर तरीके से उसमे समा पते हैं। भाप में पकी हुई गोभी को एक बड़े से बरतन में निकाल लें। उस बरतन में तेल के अलावा अन्य सभी सामग्री डालें और हल्के हाथो से मिलाएं। बरतन को ढककर आधे घंटे के लिए छोड़ दें।
अन्ननास मशरूम टिक्का बनाने के लिए पहले मशरूम को धो लें और शिमला मिर्च के बीजों को निकल दें। शिमला मिर्च,प्याज और अन्ननास को चौकोर आकर में काट लें। अब एक बरतन में इन तीनों को डालें और उसमे बेसन,दही,नमक,अदरक लहसुन पेस्ट,हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, तंदूरी मसाला पाउडर,कस्तूरी मेथी,नीबू का रस और एक चम्मच तेल डालें।
दही में दो कप पानी मिलाकर अच्छी तरह से फेंट लें। कड़ाही में सबदाने को आठ से 10 मिनट तक सूखा भून लें। जब साबूदाना ठंडा हो जाएं तो उसे दही वाले बरतन में डालकर मिलाएं और ढककर दो घंटे के लिए छोड़ दें। लगभग दो ढाई घंटे बाद साबूदाना वाले मिश्रण का गाढ़ापन जांचे अगर मिश्रण बहुत गाढ़ा हो गया है तो उसमे दही व पानी वाला मिश्रण थोड़ा-सा और मिला दें। अब इस मिश्रण में मूंगफली का पाउडर, चीनी और नमक डालकर मिलाएं। छोटे – से पैन में घी गर्म करें और उसमे जीरा व हरी मिर्च डालेँ। जब जीरा चटकने लगे तो इस छौंक को दही साबूदाना में डालकर मिला दें और सर्व करें।
साबूदाना और बादाम को चार से छह घंटे के लिए पानी में भिगो दें। बादाम का छिलका छिलका उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। आधा चम्मच घी गर्म करें और उसमें काजू भून लें। साबूदाना को पानी से निकाल लें। कड़ाही में थोड़ा – सा घी गर्म करें और उसमे इलायची और लौंग डालें। जब इनसे खुशबू आने लगे तो कड़ाही में सभी हरी सब्जियां डालें। सब्जियों को मध्यम आंच पर लगभग 10 से 12 मिनट तक पकाएं। अब साबूदाना और हरी मिर्च को कड़ाही में डालकर मिलाएं। कड़ाही को आधा ढककर साबूदाना को लगभग 10 मिनट तक सब्जियों के साथ पकाएं। बादाम,काजू और नमक डालकर मिलाएं। दो – चार मिनट तक और पकाएं। गर्मागर्म सर्व करें।