संतरे और अनार का रस निकल लें। अब इस रसंको छाने और इसमें पुदीने का रस , कला नमक , दालचीनी पाउडर , और शहद मिलाएं। अब सर्विंग गिलास में
संतरे और अनार का रस निकल लें। अब इस रसंको छाने और इसमें पुदीने का रस , कला नमक , दालचीनी पाउडर , और शहद मिलाएं। अब सर्विंग गिलास में
चेरी जिंजर आइस टी (Cherry Ginger Ice Tea) सामग्री : 4 बड़े चम्मच वैनिला एसेन्स और चीनी 10 बड़े चम्मच चेरी का रस , दो बड़े चम्मच अदरक (adrak) का रस 5 बड़े चम्मच निम्बू (nimbu) का रस, दो बड़े चम्मच जैसमीन का रस, पांच बड़े चम्मच अंगूर का रस पुदीने के पत्ते छह आइस क्यूब। ऐसे बनाएं एक जग…
स्वीट कॉर्न सूप (Sweet corn soup ) सामग्री sweet corn soup आधा कप स्वीट कॉर्न sweet corn soup , एक बड़ा चम्मच फ्रैंच ब्रिंस बींस बारीक़ कटी , एक बड़ा चम्मच गाजर (gajar) बारीक़ कटी हुई , एक लहसुन की कली (lahsun)कद्दूकस की हुई, हरा प्याज आधा कप, नमक स्वादानुसार, काली मिर्च चुटकीभर, सफ़ेद सिरका एक चम्मच, कॉर्न स्टार्च, बटर, तेल। ऐसे…
आपको यह तो पता होगा की गाजर का जूस बहुत फायदेमंद होता है। और यह सर्दी के सीजन में सबसे ज्यादा बिकने वाली सब्जी है। इसे आप सब्जी का इस्तेमाल कच्चे
आपको यह तो पता होगा की मौसम्बी गर्मी के मौसम में जबसे ज्यादा बिकने वाला फल है मौसम्बी खट्टे और मीठे स्वाद का अच्छा मिश्रण होता है।
आपको यह तो पता ही होगा की बेलपत्र से भगवान शंकर की पूजा होती है। और यह फल कई बीमारियों में भी काम करता है। गर्मियों के सीजन में तरह तरह की बीमारियों और लू से बचता है।
एक पेन में नीबू का रस और कदूकस किया अदरक डालकर मिलाएं। दो – तीन मिनट तक ऐसे ही छोड़ दे। अब उसी पैन में चीनी और एक चोथाइए पानी डालकर मिलाए।
आपको यह तो पता होगा की पपीता खाने से पेट सही रहता है और पेट से संबंधी बहुत सी बीमारियों से राहत मिलती है लकिन क्या आपको पता है की पपीते के पत्तो का जूस भी कई खतरनाक बीमारियों से बचने के काम भी आता है।
जो लाल रंग का दिखने वाला फल हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इसको पिने से हमारे खून में हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करता है। चुकंदर के अदंर अधिक मात्रा में विटामिन और खनिज पाया जाता है जो हमारे खुन को बढ़ाने में हमारी सहायता करता है इसमें पाए जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। क्योकि इसमें आयरन ,सोडियम ,पौटेशियम,फॉस्फोरस,और अन्य महत्चपूर्ण विटामिन पाए जाते हैं। क्योकि इसकी तासीर ठंडी होती हैं।
नीम एक ऐसा वृक्ष जिसमे ऑक्सीजन की मात्रा भरपूर होती है नीम को आमतौर पर “गांव की फार्मेसी” कहा जाता है। क्योकि इसमें बहुत स्वास्थ्य लाभ होते है नीम के पेड़ के लगभग हर हिस्से को कई बीमारियों में भी प्रयोग किया जाता है और इस की छाल का उपयोग एलर्जी , मलेरिया और त्वचा के रोगो के इलाज के लिए भी किया जाता है। और नीम के पत्तों का प्रयोग शरीर के कुष्ठ रोगो ,त्वचा , आँख ,पेट ,मधुमहे,ह्रदय और रक्त को साफ करने में भी नीम बहुत लाभकारी है इसलिए शरीर को इन बीमारियों से दूर करने के लिए नीम के पत्तों का नियम से सेवन करना चाहिए।